sad poetry in hindi on love
मुझे आज हीर पे रोना आया
मुझे आज हीर पे रोना आया
उसकी लिखी तकदीर पे रोना आया
जिसमे भरे थे रंग उसने मोहोब्ब्त के
मुझे आज उस तस्वीर पे रोना आया
लिखी थी जिसमे जुदाई उम्रभर की
मुझे हाथ की उस लकीर पे रोना आया
भटक रहा है यार की दीद मे जो दर दर
मुझे देखकर हालत उस फकीर पे रोना आया
क़त्ल की जिसने न जाने कितनी मोहोब्ब्ते
विरासत मे मिली उस शमशीर पे रोना आया
रोना आया देखकर हश्र मोहोब्ब्त का
मुझे लोगो के मरते जमीर पे रोना आया