sad poetry in hindi on love
आज याद करके तेरी हर बात को रो दिये
आज याद करके तेरी हर बात को रो दिये
सुनकर मुद्दत के बाद तेरे नाम को रो दिये
जो गुजारी थी हमने कभी तेरे साथ यारा
आज याद करके उस शाम को रो दिये
हो चुकी हो जिस घर को आदत पतझड़ की
आज वो अपने आँगन मे देखकर बहार को रो दिये
आज जब उठाया हमने टेलीफोने तो
बरसों बाद सुनकर तेरी आवाज़ को रो दिये
रो दिये टूटे,बिखरे,तड़पते हुए दिल को देखकर
देखकर हम मोहोब्ब्त के अजाम को रो दिये