sad poetry in hindi on love
तेरी आँखों मे उसे खोने का गम इस कदर नजर आता है
तेरी आँखों मे उसे खोने का गम इस कदर नजर आता है
की आजकल तू मुझको बुझा बुझा और बेअसर नजर आता है
जिस मोहोब्ब्त को तुमने सुकून दिल का देकर जिंदा रखा
उसका आज तुझ पर पूरा का पूरा असर नजर आता है
निकलते थे अल्फ़ास एहसास बनकर कलम से जिसकी
वो शख्स आज मुझको एक बेजान पत्थर नजर आता है
न जाने किस बात ने तुझको रोक रक्खा है मेरे दोस्त
तेरी आँखों मे तो दर्द का एक सफर नजर आता है
जिस घर को घर बनाया तुमने अपनी जिंदगी देकर
आज वो ही मुझे रिश्तों का एक दफ्तर नजर आता है
चाहे लाख कर गए हो बखान इश्क़ का यहाँ लोग
मज़ा क्या है इस मे ये तो आशिक़ बनकर नजर आता है