sad poetry in hindi on love
ना आंखों से हुई ना बातों से हुई
ना आंखों से हुई ना बातों से हुई
प्यार की शुरुआत तो उसके ख्वाबों से हुई
ले जा सके जो मुझको उसकी दुनिया मे
मुलाक़ात मेरी आज उन राहों से हुई
दौड़ती थी जो कभी काटने को मुझको
इन दिनों मेरी दोस्ती उन्हीं रातों से हुई
अकेले मे मुस्कुराने लगता हूँ सोचकर उसको
कुछ ऐसी नज़दीकियाँ उसकी यादों से हुई
मिला ना कोई उस जैसा अब से पहले
यूं तो मेरी पहचान यहां लाखों से हुई
देख कर आज उसको बिल्कुल ऐसा लगा
जैसे मेरी मुलाकात आज बहारों से हुई