sad poetry in hindi on love
अभी भी मोहब्बत के आसार नजर आते है
अभी भी मोहब्बत के आसार नजर आते है
उनकी किताब में मुझे अपने गुलाब नजर आते है
हो गई थी खता एकबार जो मोहब्बत में मुझसे
अभी भी सरकार उससे नाराज़ नजर आते है
लाख कह ले वो की मुझको खोकर खुश है
ऐसा है तो वो फिर क्यूं आजकल नासाज़ नजर आते है
जब से रखा है उनके घर में मैने पैर दोस्तों
तब से वो खिले खिले गुलजार नजर आते है
मोहब्बत तो सौदा होता है दो दिलों का यहां
और इसमें भी मेरे महबूब बड़े नादान नजर आते है
देख कर प्यारी सी मुस्कान होंठों पर उनके
मुझे आज सुधरते इश्क़ के हालात नजर आते है