sad poetry in hindi on love
नही रहे वो प्यार जताने वाले
नही रहे वो प्यार जताने वाले
नही रहे उसको निभाने वाले
नही रहे दिल को दुखाने वाले
नही रहे दर्द उसका बढ़ाने वाले
नही रहे आंखों से अब पिलाने वाले
नही रहे उन्हीं आंखों में डूब जाने वाले
नही रहे प्यार में सदाए लगाने वाले
नही रहे जश्न हिज़्र का मनाने वाले
नही रहे विसाल में खुद को मिटाने वाले
नही रहे गीत प्यार के गुनगुनाने वाले
नही रहे हीर रांझें के किस्से सुनाने वाले
नही रहे दिए मोहब्बत के जलाने वाले
नही रहे रस्ता इश्क़ का बताने वाले
नही रहे रौनक महफिलों के अब बढ़ाने वाले
नही रहे नाम पर महबूब के जान लुटाने वाले
नही रहे इश्क़ को इबादत और यार को
खुदा बताने वाले