sad poetry in hindi on love
मेरी वफाओं को ठुकराने वाले
मेरी वफाओं को ठुकराने वाले
मोड़कर मुंह मुझ से जाने वाले
मिल जाए मुझ सा तो बता देना
मेरी मोहब्बत मिट्टी में मिलाने वाले
मेरे दिल को पल पल धड़काने वाले
मेरे ख्यालों में रातों को आने वाले
मैं तो जी लूंगी बिना तेरे
तू अपनी सोच सितम ढाने वाले
मैंने की थी मोहब्बत इबादत समझकर
मजाक उसका महफिल में उड़ाने वाले
दो पल किसी से मुस्कुरा क्या लिया
बस इतने सी बात पर हाथ छुड़ाने वाले
शक की आग को बढ़ाने वाले
खुद अपना ही आशियांना जलाने वाले
नही चाहिए तुम से मोहब्बत मुझे
मेरी मोहब्बत को बेवफ़ा बताने वाले