sad poetry in hindi on love
उसकी आंखों में आज एक उदास मंजर नजर आया
उसकी आंखों में आज एक उदास मंजर नजर आया
बहने को है जो बेताब वो दर्द का समंदर नजर आया
जिसे किया था कभी हरा मेरी मोहब्बत ने दोस्तों
ना जाने आज क्यूं वो शख्स मुझे बंजर नजर आया
नजर आया एक बिखरा हुआ ख़वाब उसके कमरे में
मुझे एक हारा हुआ आशिक़ उसके अंदर नजर आया
जिस गुलाब से शुरू हुई थी हमारी मोहब्बत की कहानी
उसको आज उसी में एक खंजर नजर आया
ले ही ना जाए आज मुझे बहा कर अपने साथ कहीं
जो आंखों में उसके एक ख़ामोश भवंडर नजर आया