sad poetry in hindi on love
लम्हा लम्हा बेकरार होता
लम्हा लम्हा बेकरार होता
अगर तू मेरे पास होता
मिलता सुकून मेरी रातों को
मेरी नीदों को करार होता
होता मैं ही मैं तेरे ख्यालों में
मेरी दुआओं में तू बेहिसाब होता
उतरता जो कभी न सिर से मेरे
ऐसा इश्क़ में तेरे खुमार होता
और मेरी जिंदगी का पल पल
यारा तुझ पर ही निसार होता
होता कितना ही हसीन एहसास
अगर मुकम्मल हमारा प्यार होता
sad poetry in hindi on love
