sad poetry in hindi on love
मैं तुमको किसी रोज टूटते हुए तारे में मिलूंगा
मैं तुमको किसी रोज टूटते हुए तारे में मिलूंगा
या सदाये देता हुआ तुमको किसी वीराने में मिलूंगा
मिलूंगा तुमको इंतजार करता हुआ पुरानी राहों पर
या तुमको मैं गुजर चुके किसी ज़माने में मिलूंगा
तेरे हुस्न की तारीफ करता हुआ मैं तुमको यारा
अपने दोस्तों के साथ बैठा मयखाने में मिलूंगा
मिलूंगा मैं तुमको तेरे ही दिल के किसी कोने में
मैं तुमको तेरी ही मोहब्बत के अधूरे अफ़साने में मिलूंगा
किसी मंदिर की घंटियों में गूंजता हुआ मिलूंगा तुमको
मैं तुमको नमाज़ पढ़ता हुआ इबादत खाने में मिलूंगा
मिलूंगा तुमको किसी नदी किनारे रेत की तरह बिखरा हुआ
तुमको मोती की तरह चमकता तेरी यादों के खजाने में मिलूंगा
sad poetry in hindi on love
