sad poetry in hindi on love
हम भी उस के प्यार में जरा पड़ कर देखे
हम भी उस के प्यार में जरा पड़ कर देखे
हम भी उस बे वफ़ा पे आज मर कर देखे
देखे सितम उसकी मोहब्बत के आज हम
हम भी एकबार इन सब से गुजर कर देखे
कहते है बदन में उसके तपिश है बहुत
हम भी करीब जाकर जरा जल कर देखे
बहते है आंखों से उसकी मय के झरने दोस्तों
हम भी उस में से एक प्याला भर कर देखे
सुना है उसके शहर की हवा में जिंदगी है
चलो आज हम भी वहां पे चल कर देखे
करती है वो बहुत मोहब्बत शायरी से दोस्तों
तो हम भी सामने उसके गजल पढ़ कर देखे