sad poetry in hindi

sad poetry in hindi on love | sad poetry in hindi | जख्म मिले हर तरफ से हमे,हम जिधर गए

sad poetry in hindi on love

जख्म मिले हर तरफ से हमे,हम जिधर गए

जख्म मिले हर तरफ से हमे,हम जिधर गए
एक तेरी ही गली ऐसी है जहां फिर से सवर गए

जो पड़े रहते थे दिन रात शराबखानों में जानां
देख तेरे प्यार में पड़ते ही वो कितने सुधर गए

इतना मिला है दर्द जुदाई में हमे की अब हम
इसको सहते सहते दर्द की हद से गुजर गए

आए थे कुछ लोग यहां पता पूछने तेरा हमसे
तू रहता है दिल में,हम इस बात से मुकर गए

चमक उठे है दर और दीवार पड़ते ही पैर तेरे
हर कोने में तेरी मुस्कान के मोती जो बिखर गए

खिल गए है दिन और रात मेरे लौटे हो जब से
तेरे लौटते ही जिंदगी से उदारी के साये उतर गए

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