sad poetry in hindi on love
दुनिया के डर से तुम बदल तो न जाओगे
मोहब्बत से अपनी तुम मुक़र तो न जाओगे
दुनिया के डर से तुम बदल तो न जाओगे
मैने देखा है सपना तेरा जागती आंखों से
मैने काटी है कई राते तेरी यादों की बाहों में
वादा करो तुम मुझे इश्क़ में कभी न सताओगे
दुनिया के डर से तुम बदल तो न जाओगे
मैने तेरी आंखों से प्यास अपनी बुझाई है
मैने तेरे दिल में जन्नत अपनी पाई है
मैने जुदाई की ये तड़प दुनिया से छुपाई है
पर अपने दिल की हर बात तुझे खत में बताई है
वादा करो तुम मुझे प्यार को मेरे कभी न भुलाओगे
दुनिया के डर से तुम बदल तो न जाओगे
डूबकर तेरे इश्क़ में मैने खुद को पाया है
बड़ी मुश्किल से खुदा को अपने हक में मनाया है
एक आशियाना हम दोनो के लिए मैंने बनाया है
रहेंगे साथ मिलकर उसमे ये सपना सजाया है
वादा करो तुम मुझे इस सपने से कभी न उठाओगे
दुनिया के डर से तुम बदल तो न जाओगे