sad poetry in hindi on love
मेरी कल्पना की जीवंत सूरत हो तुम
मेरी कल्पना की जीवंत सूरत हो तुम
किसी शिल्पकार की सुंदर मूर्त हो तुम
तुम ही कविता बनकर कोरे पन्नों पे बिखरी हो
तुम ही मोहब्बत बनकर मेरी गजलों से निकली हो
तुम मेरे जीवन में जानां आई हो ऐसे
दिल में कोई धड़कन समाई हो जैसे
देखकर तुमको प्यार करने का दिल करे
जितना भी देखलो एक पल भी जी न भरे
तेरी खुशबू मुझ से हर मोड़ पर टकराती है
तेरी कमी मुझे पल पल सताती है
मुझ पर तुमने एक एहसान है किया
मक़सद तुमने मुझ को जीने का है दिया
तेरे लिए ही अब तो लिखना है मुझ को
करना है कैद अपनी कहानियों में तुझ को
मोहब्बत का एक नया अफसाना लिखूंगा
मैं खुद को तेरा जानां दीवाना लिखूंगा