sad poetry in hindi on love
आज मेरी राहें उस से फिर टकराई है
आज मेरी राहें उस से फिर टकराई है
आज फिर से मोहब्बत ने ली अंगड़ाई है
फिर तस्वीरे यादों की आंखों में उतर आई है
आज मेरी किस्मत मेरी मोहब्बत को मेरे सामने लाई है
मोहब्बत में मैने भले ही लाख चोट खाई है
पर यारा तुझे पाने की कभी उम्मीद न गवाई है
तू ही मेरी पहली मोहब्बत तू ही मेरे वजूद की सच्चाई है
खुद को खोकर मैने ये मोहब्बत कमाई है
तू मेरे दिल और जिस्म में नही मेरी रूह में समाई है
देख ये गज़ले मैने तेरी जुदाई में बनाई है
इसमें जो शिद्दत है वो तेरी मोहब्बत से आई है
तेरी दी सारी निशानियां आजतक मैने सिने से
लगाई है
तेरे किस्से तेरी कहानियां मैने लोगो में सुनाई है
तेरे छोड़कर चले जाने पर भी मैने वफ़ा अपनी निभाईं है
सिर्फ तेरी ही मोहब्बत में अपनी दिन और राते बिताई है