sad poetry in hindi on love
क्या खूब उस दिन दीदार होगा
क्या खूब उस दिन दीदार होगा
मिलने को जिस दिन वो भी बेताब होगा
खोल कर रख दूंगा दिल उसके सामने
जब उसको मेरे प्यार का एहसास होगा
ये दुनिया सजाई है दिल की उसके वास्ते
इसमें रहने का सिर्फ वो ही हकदार होगा
बनकर रहेगा वो हमेशा मेरे सिर का ताज
और उसके कदमों में मेरा संसार होगा
महका देगा जो उसके किरदार को दोस्तों
कुछ ऐसा उसके लिए मेरा प्यार होगा
ये जिस्म तो मिट्टी है और मिट्टी में मिलना है
मेरी तो रूह पर उसका अधिकार होगा