sad poetry in hindi on love
मैं एकबार जो रूठ कर गया तो आऊंगा नही
मैं एकबार जो रूठ कर गया तो आऊंगा नही
मैं फिर कभी तुझसे प्यार जताऊंगा नही
खो जाऊंगा इस दुनिया की भीड़ में एकदिन
रहता हूं मैं कहा तुझे बताऊंगा नही
देखूंगा दूर से छुप छुप कर तुझको मैं
पर भूलकर भी तेरे सामने आऊंगा नही
लिखूंगा रोज एक खत तेरे नाम से तुझको
पर कभी भी उसे भिजवाऊंगा नही
चुन लूंगा तेरे रास्ते के सारे पत्थर, सारे कांटे
पर तेरे रास्ते में मैं आऊंगा नही
रहूंगा हमेशा एक मीठी याद बनकर तेरे साथ
दर्द बनकर तुझे कभी तड़पाऊंगा नही
खो जाऊंगा इस दुनिया की भीड़ में एकदिन
रहता हूं मैं कहा तुझे बताऊंगा नही