images of sad shayari in hindi
तू है बहती हुई आजाद,चंचल नदी
तू है बहती हुई आजाद,चंचल नदी
तुझ पर किसकी बंदिश है
आकर लगा ले गले समंदर को
तुझ बिन उसमे इक ख़लिश है
आजकल कर रहा हूं मैं जो महसूस
मिलके तुझसे बयाँ वो हालत करनी है
जो आग तेरी आँखों ने लगाई है
तुझसे उसकी शिकायत करनी है
सर्दियों की राते, शांत शामे, चुपचाप रास्ते
कोई आएगा ना बाहर सूरज निकलने से पहले
मैं खड़ी हूं दरवाज़े पर तेरी एक झलक के लिए
डालते जाना मुझपर नजर यहां से गुजरने से पहले
जिसके सामने एक खुली किताब हूं मैं
मेरा है वो हमराज तू
छुपाकर रखा जिसे हमेशा दुनिया से
मेरे दिल में दफ़न वो राज़ तू