images of sad shayari in hindi
मेरे अंदर से आज एक आवाज आई
मेरे अंदर से आज एक आवाज आई
जब मैं आज तेरे पास आई
की ये कच्चे लम्हों के धागे
क्यूं पक्के रिश्तों में बदल नही जाते
क्यूं तुम मेरा मुकद्दर बन नही जाते

भर रहे है धीरे धीरे मेरे सब घाव
लगता है शहर में पड़े है उसके पांव

यहाँ मोहब्बत करने वालों के काट दिए जाते है पर
तुम उड़ने के लिए आसमान ना देखा करो
जिसको देख रहे हो तुम, सबकी नजरें उस पर है
सब हो जायेगे उसके दुश्मन ऐसे यार को ना देखा करो

तड़पा रही होगी याद उसकी
इसलिए पीकर शराब बैठा है
थम नहीं रहे आज उसके आँसूं
वो हाथों में लेकर रुमाल बैठा है
