images of sad shayari in hindi
कुछ बाते थी जो अनकही रह गई
कुछ बाते थी जो अनकही रह गई
उम्मीदें शमा की तरह जलती रह गई
दूर जाते ही तेरे निकल गए थे मेरे दम
पता नही फिर भी क्यूं ये सांसे चलती रह गई

उसकी जुबां से मेरे लिए दुआ निकले
उसकी आंखों से मेरे ज़ख्मों की दवा निकले
भुला देती है उसकी बाते मेरे सारे दुख, दर्द
उसके दिल से मेरे सुकून का रस्ता निकले

मेरा महबूब मुझ पर क्यूं रहम करता नही
वो मेरी हाय से भला क्यूं डरता नहीं
गिड़गिड़ाता हुआ अपने सामने देखकर मुझको
वो बेवफा क्यूं पिघलता नही

आज खुलकर इन आंखों से बारिशे होने दो
आज जी भर के तुम मुझे रोने दो
ये लम्हे शायद फिर कभी लौटकर न आए
आज इन लम्हों को तुम मुझे पिरोने दो
